Friday, March 5, 2010

हाकी की हार

हाकी में हम हार गये बात हरने की या जितने की नही है खेल में हार जीत तो होगी ही परन्तु इस हार में अन्य कारणों के साथ २ राज नीति एक कारण तो है ही जिस का कोई जबाब इस व्यवस्था में लगता है नही है क्यों की हम न तो जबाब मांगने के हक दारहैं और न ही जबाब देने के
इस के साथ २ जोएक और बड़ा कारण है वह है हाकी जैसे खेल में भी गोल करने पर खिलाडी को व्यक्तिगत पुरस्कार की घोषणा जिस ने हाकी के खेल का सत्यानाश किया है हाकी में व्यक्तिगत इनाम के स्थान पर गोल करने पर पूरी टीम को ही भरपूर इनाम दिया जाये क्यों की गोल तक गेंद को पहुचने में पूरी टीम की हिस्सेदारी होती है उसे कैसे नकारा जा सकता है परन्तु लोगो के दिमाग में यह क्यों नही आता पता नही वे कैसे ऐसी २ घोशनाएँ करते हैं
यदि हाकी का हम सब कुछ भला चाहते हैं तो इस तरह की घोषणाओं को बंद करना ही होगा
डॉ. वेद व्यथित

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