भारत देश में सत्य की पूजा होती रही है |इसी लिए लोगों ने एक "सत्य "नाम का देवता बना लिया और उसी की कथा भी बना ली | असल में यह कथा बनाई तो सत्य के देवता की थी परन्तु यह बन गई मक्कार व झूठे राजा और व्यापारियों की |जिस २ व्यापारी ने झूठ बोला यानि सत्य को छोड़ा उसे ही इस कथा में नुकसान उठाना पड़ा परन्तु फिर भी उन्होंने सत्य पर चलने का प्रण लेने के बजाय सत्य के देवता की मूर्ती बना कर उस की पूजा करनी शुरू कर दी |पूजा के आयोजन में झूठे व्यापारियों के किस्से सत्य कथा के रूप स्थापित कर के साथ में प्रसाद वितरण व बन्धु बांधवों को भोज करवाना भी कथा में जोड़ दिया और धीरे २ सत्य की पूजा की भक्तों ने सत्य नारायण जी की कथा करना शुरू कर दिया |
परन्तु धीरे २ इस कथा से लोग ऊबने लगे |परन्तु अपने २ पापों , कुकर्मों और दुष्कर्मों के फ्ल्पों से निजत पाने के लिए और उलटी सीधी मनोतियां यानि मांगें मनवाने के लिए फिर किसी ओसे देवता की तलाश शुरू कर दी जो इन की सभी उलटी सीधी बातें यानि मांगे आसानी से पूरी करवा दे |इसी तलाश में लोग जुट गये और सत्य -कथा से थके हरे हए धर्म भीरू वीरों में जब जब खूब असंतोष पनप गया तो उन्हें संतोष की बड़ी आवश्यकता पडी क्यों कि बढ़ते भ्रष्टाचार और रिश्वत खोरी से पड़ोसियों को देख २ कर जब सब का असंतोष ज्यादा जोर पकड़ने लगा तो उतने ही जोर शोर से संतोष की तलाश शुरू हुई ताकि उन के भ्रष्टाचार में व रिश्वत खोरी में भी वृद्धि हो सके जिस से उन्हें भी संतोष की प्राप्ति हो जाये |
इस लिए संतोष को प्राप्त करने के उपाय की खोज में इस बार देवता नही अपितु देवी की कथा शुरू हो गई दुकान दारों की गुड चने की बिक्री बढने लगी जो चीज गरीबों के लिए थी उस की भी काला बाजारी शुरू हो गई |भुने चने भी सोने के भाव बिकने लगे जो गरीब का भीड़ जरूरत में भोजन था वह ही उस से दूर हो गया उसे बिना कथा व्रत के ही संतोष मिल गया कि भईया संतोष करो गुड चना भी अब अपनी पंहुच से दूर हो गया है |
धीरे २ जब लोगो को रिश्वत और भ्रष्टाचार से हद दर्जे का संतोष आ गया यानि देश का नाम भ्रष्टाचार में भ्रष्ट देशों की सूची में जब बहुत उपर पंहुच गया तो लोग अब इस स्न्तिश से भी ऊब गये और उन्होंने संतोष से भी आगे बढने का मन बना लिया और उस से भी उपर किसी औसी वस्तु की तलाश शुरू कर दी कि जिस एक को ही बिना व्रत उपवास के खुश करने पर आसानी से सब फल और फलियाँ प्राप्त हो जाएँ क्यों कि देवी देवताओं को तो अब तक खूब बहका २ कर लोग अपना उल्लू सीधा कर ही चुके हैं इस लिए क्या पता अब वे बहकावे में आयें या न आयें इस लिए अब की बार लोगों ने सोच कि कुछ और आजमाया जाये |
इस लिए उन्होंने किसी बाबा को अपनी एक ऊँगली उपर उठाते देख लिया अब पता नही बाबा ने वह ऊँगली उपर क्यों उठाई थी यह तो रहस्य अब भी बना हुआ है क्यों कि रहस्य को रहस्य ही रहने देना चाहिए वरना गडबड हो सकती है देश में दंगे पनप सकते हैं कुछ पर साम्प्रदायिक होने का आरोप आसानी से लगया जा सकता है इस लिए इसे रहस्य बनाये रखने में ही भलाई है |परन्तु लोगो को जो कुछ काली दास जी की भांति ऊँगली का मतलब समझ आया वह बड़ा सार्थ सिद्ध हुआ बस फिर क्या था उन्हें अपने मन मुताबिक वस्तु जो मिल गई जिस का अर्थ हुआ कि बस एक सुपर हाई कमान यानि बस एक हाई कमान के इर्द गिर्द घूमों उसी के गुण गन करो ,उसी की चमचा गीरी में हद से भी आगे बढ़ जाओ इस से चाहे देश भाद में जाये समाज की ऐसी तैसी हो धर्म का सत्यानाश हो राजनीति वेश्या बन जाये या जो होना है होता रहे चाहे लोगों को रोटी मिले या न मिले ,बेशक किसान आत्म हत्या करें व्यापरी कर्ज में डूब कर फांसी खा ले ,लोग भूखे मर जाएँ देश का सारा धन विदेश में चला जाये यानि कुछ भी हो जाये बेशक सब भाड़ में चला जाये कानून नाम की कोई चीज बचे या न बचे इस सब से आप को क्या लेना देना पर आप बाबा की ऊपर उठी एक ऊँगली को देखते हुए उस के अर्थ को ठीक से समझते हुए बस एक है कमान को के गुण गन में लगे रहो उस में कटी भी कमी नही आने दो इसी सिद्धांत पर अडिग रहो इसी एक की सेवा में सब मेवा और फल मान सम्मान धन दौलत सब कुछ मिल जायेगा बस फिर क्या था इसी से प्रेरित हो कर अब लोगों ने इसी एक उठी ऊँगली वाले और सिर पर कपड़ा बांध कर रहस्य छुपाये बाबा जी को पूरे देश में प्रचारित कर दिया |यही बाबा पूरे देश में छ गये इन बाबा जी ने सभी देवी देवताओं को बुरी तरह से पछाड़ दिया अब सब जगह इन्ही की फोटो ,मूर्ती इन्ही के गीत संगीत ,नाच गाना ,धूम धडाका और पूजा आरती शुरू हो गई |
अब देखना यह है कि लोग इन्हें भी कब तक झेलते हैं और आने वाले समय में किस देवता की तलाश या अविष्कार करते हैं मुझे लगता है शायद नये देवता की तलाश हो भी चुकी है मुझे इस के कुछ २ संकेत मिल भी गये हैं क्यों कि जहाँ न पंहुचे रवि वहाँ २ मैं तो पंहुच ही सकता हूँ क्यों कि मैं भी तो बहुत पंहुची चीज हूँ |क्यों कि अब तकनीक का जमाना है रद्दी कागजो में चिपके रहने का जमाना गया और न ही अब मोती २ पोथी पढने का किसी के पास समय है इस लिए अब तो तकनीकी देवता देवता की आवश्यकता है और वह भी कम से कम समय में काम करने वाले देवता की |
इस लिए अब तकनीकी देवता का अविष्कार लोगों ने कर भी लिया है बेशक आप अभी उस के महातम यानि महत्व से अनजान हों चलो पर हमारी संस्कृति सब का भला चाहने की है इस लिए आप को भी इस का नाम बताये देता हूँ क्यों कि इस के प्रचार प्रसार से मुझे भी पुन्य लाभ प्राप्त होगा इस लिए आप भी ध्यान से सुन लो इस का नाम है -एस एम् एस देवता यह सब कामनाएं पूर्ण करता है यह आप का जो सब से प्रिय काम किसी को फंसने को होता है वह भी करवा सकता है लाटरी निकवा सकता है इस की कृपा से चुपचाप सौदे बाजी हो सकती है और किसी को कानो कान खबर भी नही लगती है इस की कृपा से किसी भी शहर में कहीं भी किसी भी समय आप की दिन या रात की मांग पूरी हो सकती है आप की छोटी मोती रोज मर्रा की हर जरूरत पूरी हो सकती है यह आप की हर मनोती बिना समय बर्बाद किये पूरी कर देता है ||
अब आप को इस को मनाने के लिए करना क्या है इसे खुश करने के लिए ज्यादा पापड़ बेलने की भी जरूरत नही है न व्रत रखना है न ही उपवास कर के भूखा मरना है न आरती का झंझट न शोर न शराबा न धूम न धड़ाका न कथान पूजा इसे प्रसन्न करने के बहुत ही सरल उपाय हैं बस करना क्या है रोज की ही तरह जब आप नौ दस बजे सुबह २ जल्दी से उठे तो उठते ही बिना बेड टी पिए सब से पहले आप को जगह २ दस बीस एस एम् एस करने पड़ेंगे इन्हें आप नियमित त्रिकाल संध्या की भांति बिना भूले याद कर के करना पड़ेगा पर यदि जरूरी हाजत हो रही हो तो उसे निबटा ले नही तो गडबड हो जाएगी इस में समझौता मत करना |वैसे इस के समय का भी कोई बंधन नही है खाते पिटे सोते बैठते उंघते जागते मुस्कराते ,रोते पिटे खिसियाते डांट दिखाते और जब भी चाहे मन मर्जी समय और सुविधा के अनुसार कभी भी कर सकते हैं और आआगे अपने मित्रों से भजें के लिए जरूरी कह देब कि आप ने यदि इसे अपने दस मिर्तों को भेजा तो आप हर काम सफल हो जायेगा |पुलिस आप से कम से कम हप्ता वसूलेगी जे ई से ले कर नेता जी तक आप से कम से कम म्किष्ण मांगेंगे लोग आप कि शिकायत नही करेंगे घर वाली आप से प्रसन्न रहेगी आप कि घर के काम करने वाली कभी आप के घर का काम छोड़ कर नही जाएगी बच्चे आप का काम हल्का कर देंगे वे अपने हिसाब से अपना काम कर लेंगेदफ्तर में आप को बॉस नही डांटेंगे आप जिसे घरवाली से चोरी छुपे मिलते है वह आप को रोज मिलने का प्रयत्न करेंगे आदि २ और यदि आप ऐसा नही करेंगे तो बस फिर आप की खैर नही है सारे काम आप के उलटे हो जायेंगे |
बेशक आप कोई गलत काम करेंगे भी नही तो भी आप पर चार जून की घटना जैसे कहीं भी पुलिस की लाठी पड़ जाएगी बेशक आप खूब ईमानदारी से काम करें फिर भी सरकार आप को किसी न किसी तरह से फंसा ही लेगी आप पर कई तरह के केस बनवा देगी और कुछ नही तो इनकम टेक्स में ही फंसा देगी या किसी गुंडे से ही पीत्वा देगी आप का मकान दुकान कुछ भी बिना बात गिरवा देगी आदि २ |
इस लिए आप से प्रार्थना है कि आप ज्यादा से ज्यादा एस एम् एस भगवान के प्रचार प्रसार में सहभागी बन कर पुन्य लाभ प्राप्त करें अपने सभी उलटे सीधे कामों को आसानी से बना ले और इस लोक में खूब मजे लूटें मरने के बाद की बात छोडो मरने के बाद कौन लौट कर आता है जो तुम्हे बताये कि क्या होता हैपर मरने पर परलोक की गति को आसानी से प्राप्त करें क्यों कि हमारे यहाँ कर्म फल का सिद्धांत तो सर्वोपरी है ही इस लिए एस एम् एस कर के अपने कर्म फलों को खूब अच्छा बनाते हए मजे करें तो सब बोलो - भगवान एस एम् एस जी की जय ||
डॉ. वेद व्यथित
०९८६८८४२६८८