क्रिकेट २ शोर मच रहा किरकेट क्या भगवान हो गया
देश निठल्ला करने का ही ये सारा सामान हो गया
छोड़ काम बाक़ी के सारे बस किरकेट की पूजा कर लो
जैस किरकेट किरकेट न हो असन,वसन आवास हो गया ||
किरकेट गंगा मैया बन गई खूब नहाओ
किरकेट सारे तीरथ हो गए जा कर आओ
घर को फूंको देख तमाशा मौज मनाओ
देख २ कर किरकेट भैया सब चीजों से ध्यान हटाओ ||
भूलो घोटाले विदेश में रखा पैसा भूल भी जाओ
रिश्वत खोरी संसद तक में इन बातों को भूल भी जाओ
इन से क्या लेना देना है बस किरकेट पर ध्यान लगाओ
ताली पीटो सीटी मरो बस तुम किरकेट में खो जाओ ||
अख़बारों को मिला राग है किरकेट २ ही बस गाओ
टी वी चैनल पर खबरों में केवल किरकेट ही दिखलाओ
झगड़े टंटे में क्या रखा क्यों सरकारी पोल दिखाओ
जिस का पैसा मिलता तुम को तुम केवल उन के गुण गाओ ||
5 comments:
बहुत बेहतर लिखा है. इसके शोर में सब दब गया, इसके बाद आईपीएल और सब खत्म..
वेद जी
आपकी किताब का जिक्र कल के चर्चामंच पर है…………आप आयेंगे तो हार्दिक खुशी होगी।
http://charchamanch.blogspot.com/
सच बात है, इसे सर चढ़ा रखा है।
nice post !
बहुत बेहतर लिखा है|
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