डॉ. साहब पूरे बीस साल बाद फिर से पूरा मैच देखा और सच कहूँ इस जीत के गर्व को शब्द में नहीं बाँध सकता। आपको भी बधाई।
बधाई!!ये रंग भरा त्यौहार, चलो हम होली खेलेंप्रीत की बहे बयार, चलो हम होली खेलें.पाले जितने द्वेष, चलो उनको बिसरा दें,खुशी की हो बौछार,चलो हम होली खेलें.आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक.-समीर लाल ’समीर’
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डॉ. साहब पूरे बीस साल बाद फिर से पूरा मैच देखा और सच कहूँ इस जीत के गर्व को शब्द में नहीं बाँध सकता। आपको भी बधाई।
बधाई!!
ये रंग भरा त्यौहार, चलो हम होली खेलें
प्रीत की बहे बयार, चलो हम होली खेलें.
पाले जितने द्वेष, चलो उनको बिसरा दें,
खुशी की हो बौछार,चलो हम होली खेलें.
आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक.
-समीर लाल ’समीर’
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