Thursday, November 4, 2010

दीपोत्सव की शुभकामनायें

प्रकाश पर्व ज्योतित करे हमारा मन हमारा घर हमारा राष्ट्र इस के साथ ही सभी मित्रों को ज्योति पर्व दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें
आप को शुभकामनाओं के साथ काव्य की अपनी नई विधा त्रि पदी भी भेंट करने का मन है कृपया स्वीकार करें

मन दीप सजाया है
दीवाली आई है
खुशियों का उजाला है

मन दीपक हो जाये
अंधियारे दूर रहें
उजियारा हो जाये

दीपों का उत्सव है
तुम्हें खुशियाँ खूब मिलें
ऐसा मेरा मन है

मन दीपक हो जाये
खुशियों से भरे झोली
सब खुशियाँ मिल जाएँ
डॉ.वेद व्यथित
09868842688
email -dr.vedvyathit@gmail.com
http://sahityasrajakved.blogspot.com

7 comments:

आशीष मिश्रा said...

आपको भी सपरिवार दिपोत्सव की ढेरों शुभकामनाएँ
मेरी पहली लघु कहानी पढ़ने के लिये आप सरोवर पर सादर आमंत्रित हैं

S.M.Masoom said...

आपके मित्रों व समस्त परिवारीजनों को दीवाली की शुभ कामनाएं

ब्लॉ.ललित शर्मा said...

दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
हार्दिक बधाई

Narendra Vyas said...

आदरणीय वेद जी, प्रणाम ! बहुत ही सुन्दर और सुखद पंक्तियाँ ! आपको और आपके परिवार को दीपोत्सव की ढेरों शुभकामनाएँ !

vandana gupta said...

वाह वाह !
दीप पर्व की हार्दिक शुभकामनायें।

Unknown said...

दिपावली के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभकामनायें जी।

संगीता पुरी said...

दीपावली का ये पावन त्‍यौहार,
जीवन में लाए खुशियां अपार।
लक्ष्‍मी जी विराजें आपके द्वार,
शुभकामनाएं हमारी करें स्‍वीकार।।