होलिका उत्सव की मैं सभी मित्रों को शुभकामनायें प्रदान करता हूँ । साथ ही भक्त प्रहलाद के सत्याग्रह का स्मरण भी करवान चाहता हूँ की किस प्रकार असत्य से छोटे से बालक ने संघर्ष किया वह अनुकरणीय है ईश्वर स्मरण ही होलिका उत्सव का मुख्य उद्देश्य और महातम है परन्तु आज केवल बुराइयां ही उत्सव मनाने का केंद्र बिंदु बन गईं हिं क्या यही उत्सव की पवित्रिता है नही है इस से यह पवन पर्व अपावन हो जायेगा इस लिए पवन पर्व को हम पावन रीति से सम्पन्न करने ।
शुभकामनायों सहित
वेद व्यथित
1 comment:
आपको भी ढेरों शुभकामनायें।
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