Saturday, February 27, 2010

होली की हार्दिक शुभकामनाये

मैं सभी मित्रों को होली की हार्दिक शुभकामनायें प्रदान करता हूँ
इस होली में इश्वर करे आप की मन चाही हो जाये जिस से आप वर्षों से मिलने की आश लगाये बैठे हैं वे अचानक आपके घर स्वयम चल कर आ जाएँ आप के मन की कली खिल जाये आप उन्हें खूब मन चाह रंग लगायें उन से खुद भीगें और उन्हें खूब भिगएं आप दोनों मन चाहे रंगों में सराबोर हो जाएँ आप के घर खूब सरे मेहमान आयें आप के लिए खूब सारी आप की मन पसंद मिठाई लाये
इस बार यह होली ऐसी हो जाये जिसे आप जिन्दगी भर न भूल पायें यह आप की वीडियो रील की तरह आप के मन से स्टोर हो जाये और उसे जब चाहे एकेले में खूब च्लायेनुस का भरपूर आनन्द उठायें
मेरी फिर से प्रार्थना है कि भगवान आप कि सब इच्छाएं पूरी करे पर यह भी सुन लो कि भ्ग्वाजी मेरे बाप का नौकर नही हैजो मेरी सब बात पूरी कर दे उस कि अपनी मर्जी है पर मैंने तो उसे कह ही दिया है शयद मेरी बात वो मान भी ले इस लिए आप बेफिक्र हो कर होली मनाएं खूब नाचें गएँ मौज मनाये होली हुदंग मचाएं
मेरी शुभकामनायें आप के साथ हैं
डॉ.वेद व्यथित
dr.vedvyathit@gmail.com
http://sahityasrajakved.blogspot.com

3 comments:

अविनाश वाचस्पति said...

रंग पर्व पर
रंगकामनाएं
मेरी भी स्‍वीकारें।

Udan Tashtari said...

ये रंग भरा त्यौहार, चलो हम होली खेलें
प्रीत की बहे बयार, चलो हम होली खेलें.
पाले जितने द्वेष, चलो उनको बिसरा दें,
गले लगा लो यार, चलो हम होली खेलें.


आप एवं आपके परिवार को होली मुबारक.

-समीर लाल ’समीर’

Vivek Ranjan Shrivastava said...

हो न फिर फसाद , मजहब के नाम पर
केसर में हरा रंग मिले ,इस बार होली में !